रायपुर. प्रदेश के 1 लाख कोरोना संक्रमित मरीजों (Corona infected Patients) ने कोरोना वायरस को मात दे दी है। इन 1 लाख लोगों ने यह उम्मीद जिंदा रखी है कि आज नहीं तो कल इस वायरस (Corona Virus) का खात्मा होगा। 18 मार्च को राज्य में पहला कोरोना संक्रमित मिला, 31 मार्च को पहला मरीज स्वस्थ हुआ और 6 अक्टूबर को 1 लाख वां मरीज। इन 190 दिन की लड़ाई का अंत कब होगा, इसकी भविष्यवाणी कोई नहीं कर सकता। मगर, मास्क पहली, सोशल डिस्टेंसिंग दूसरी और हाथ धुलाई/सेनिटाइजेशन तीसरी वैक्सीन है। सोमवार तक राज्य के 97,067 मरीज स्वस्थ हो चुके थे।
मंगलवार को 3,484 वां मरीज स्वस्थ होती ही आंकड़ा 1 लाख पार कर गया। भले ही राहत का वक्त हो, मगर कोरोना के काले दौर में अब तक 1,100 लोगों अपनों ने खोया, जिसका दुख वे जानते हैं। इनमें 4 साल की रायपुर की बच्ची से लेकर 19 साल की जगदलपुर की कैंसर पीड़िता युवती, 90 साल की बिलासपुर की बुजुर्ग महिला, युवा डॉक्टर, नेता, अधिकारी शामिल है। अभी भी सैंकड़ों गंभीर मरीज है, 27 हजार का इलाज जारी है।
मगर, अभी एक और राहत की बात यह है कि सितंबर त्रासदी के बाद अक्टूबर में थोड़ी राहत है। रायपुर में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बीते 6 दिनों में 400 से अधिक नहीं गया है, प्रदेश में डॉक्टर मरीजों की संख्या 30 हजार के नीचे पहुंचे है। मगर, अभी तक केंद्र सरकार, केंद्र सरकार की एजेंसी आईसीएमआर या फिर किसी भी राष्ट्रीय संस्थान ने कोरोना के पी का भी दावा नहीं किया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा संक्रमित
प्रदेश में मंगलवार को 2,888 लोगों में कोरोना वायरस की पहचान हुई, जबकि 3,484 संक्रमित स्वस्थ होकर घर लौटे। वहीं बीते 24 घंटे में 14 मरीजों ने इलाज के दौरान दमतोड़ दिया। उधर, वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा मंगलवार को कोरोना संक्रमित पाए गए। 91 वर्षीय वोरा को एम्स दिल्ली में भर्ती करवाया गया है। उनके बेटे अरुण वोरा जो दिल्ली में ही है, उन्होंने बताया कि पिताजी की तबीयत में सुधार है।
कोरोना संक्रमण को लेकर अभी कुछ भी अनुमान नहीं लगाया जा सकता। बस में मृत्यु दर को कम करना है। सभी प्रयास इसी दिशा में जारी हैं।
नीरज बंसोड़, संचालक, संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं