कांकर/रायपुर. उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित युवती से सामूहिक दुष्कर्म (Hathras gang rape) जैसी संवेदनशील घटना पर नेताओं के असंवेदनशील बयान जारी हैं। कांकेर से भाजपा सांसद (BJP MP) मोहन मंडावी ने हाथरस की घटना को बनावटी बता दिया है। इस बयान के साथ ही भाजपा सांसद की तीखी आलोचना शुरू हो गई है।
कोंडागांव में हुए सामूहिक दुष्कर्म की घटना के विरोध में भाजपा प्रदेश भर में प्रदर्शन कर रही है। कांकेर में प्रदर्शन के दौरान सांसद मोहन मंडावी ने अपने संबोधन के दौरान कहा, हाथरस की घटना बनावटी है और इस पर कांग्रेसियों ने बनावटी प्रदर्शन किया। बाद में पत्रिका से बातचीत में मोहन मंडावी ने कहा, मेरे बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया जा रहा है।
प्रदेश में तीन बड़ी घटनाएं हुई हैं। कांग्रेसी यहां चुप है। मैं इस संदर्भ में यह बात कर रहा था। यह बयान तब और गंभीर हो जाता है, जब भाजपा ऐसे ही मामले में मंत्री शिव डहरिया के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रही है। पिछले सप्ताह नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव डहरिया ने छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में हुई सामूहिक दुष्कर्म की घटना को उत्तर प्रदेश के मुकाबले छोटी बताया था।
यह काले अक्षरों में लिखा जाएगाः कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा, यह दुर्भाग्य है कि भाजपा अब पीड़ितों को राहत देने में और अत्याचार, अनाचार, बलात्कार के प्रकरणों में कार्यवाही करने पर दलगत आधार पर बात कर रही है। इससे ज्यादा दुख और कुछ नहीं हो सकता। देश में नारी सुरक्षा के इतिहास में भाजपा सांसद मोहन मंडावी का यह बयान काले अक्षरों में लिखा जाएगा। हाथरस की अनाचार पीड़िता के द्वारा दिया गया मृत्यु पूर्व बयान अपने आप में इस मामले में आरोपियों के खिलाफ सबसे बड़ा सबूत है, लेकिन सीबीआई जांच में आरोपियों को फायदा पहुंचाने के लिए दिया गया भाजपा सांसद का यह बयान बेहद आपत्तिजनक और शर्मनाक है।