वाशिंगटन। अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों के मारे जाने को लेकर रूस और तालिबान के बीच कथित साजिश को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दिए गए बयान की पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारी (NSA) बोल्टन ने आलोचना की है। राष्ट्रपति ट्रंप ने रविवार को इस जानकारी से साफ इनकार कर दिया कि रूस - तालिबान के बीच किसी ऐसी डील की जानकारी उन्हें है जिसके तहत अमेरिकी सैनिकों का अफगानिस्तान में रूस ने कत्ल कराया। रविवार को सीएनएन ब्रॉडकास्टर पर बोल्टन ने कहा कि ट्रंप की यह प्रतिक्रिया इस बात की पुष्टि करती है कि वे अमेरिकी सैनिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता नहीं देते हैं।
रूस बाउंटी प्रोग्राम
एनबीसी न्यूज ब्रॉडकास्टर पर बोल्टन ने बताया, 'राष्ट्रपति का यह बयान कि उन्होंने इस बारे में कुछ नहीं सुना है, ध्यान देने की बात है। कोई उनसे पूछे कि वे ऐसा क्यों कर रहे हैं ।' शुक्रवार को न्यूयार्क टाइम्स ने अज्ञात सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया कि ट्रंप को खुफिया रिपोर्ट दिया गया था जिसमें इस आरोप का जिक्र था कि मॉस्को ने अमेरिकी सैनिकों की हत्या के लिए तालिबान को बाउंटी ( bounties) दिए। वहींं ट्रंप ने अपने बयान में कहा था कि वे इस तरह की किसी जानकारी से अवगत नहीं हैं न ही उन्हें कभी इस बारे में कोई रिपोर्ट दी गई कि रूस तालिबान के जरिए अमेरिकी सैनिकों की अफगानिस्तान में हत्या करवा रहा है। वहीं रूस ने भी इस तरह के आरोपों को खारिज कर दिया है, रूस ने इसे अमेरिकी खुफिया एजेंसियों का प्रोपगैंडा बताया है।
जॉन बोल्टन की किताब पर विवाद
हाल में ही जॉन बोल्टन की किताब The Room Where It Happened के प्रकाशन को रुकवाने के लिए भी ट्रंप प्रशासन ने काफी कोशिशें की थी। बता दें कि बोल्टन की इस किताब में राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा चुनाव में अपनी जीत के लिए विदेशी सरकारों से मदद की बात का भी जिक्र है और इसकी जांच की मांग बताई है। अपनी किताब में बोल्टन ने कई आरोप लगाए हैं।